खाप अर्थात शासन....
खाप शब्द त्यागी ब्राह्मण समाज मे भी शासन के लिए प्रयुक्त होता था और आज भी होता है. यह मीडिया द्वारा बदनाम किया गया. कुछ लोग तगा शब्द को भी नहीं समझते थे क्योंकि अर्थ पता नहीं था. तज्ञ शब्द का अपभ्रंश तगा हुआ जो विशेषज्ञ के लिए प्रयोग होता है. साम्राज्यों के मंत्री, सेनापति तगा ऐसे ही होते थे जैसे क्लर्क कायस्थ और पुरोहित ब्राह्मण.
खाप शब्द क्षत्रप से बना है जिसको शस्त्रीय भाषा मे शासन कहा जाता है. गोत्र, उप गोत्र के बाद शासन या खाप आता है. दिल्ली हरयाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे कुल 26 शाखाएं प्रतिहार ब्राह्मण शासन के समय थी जो आज भी हैं किन्तु यहां कुछ शाखाओं के गाँव सीमित हैं और अन्य गाँव राजस्थान या हरयाणा मे ही हैं जो गौड़, पुष्कर्ण समाज के ही अंग हैं.
त्यागी ब्राह्मण समाज का सिहानी कुर्सी कनौजा वालों का गोत्र संभवतः भार्गव है, किंतु उप गोत्र स्पष्टतः वत्स है और खाप दीखत ( दीक्षित) है.
हमारा गोत्र कौशिक, उप गोत्र अरिष्ट नेमी और खाप ( शासन) तीर्थ वाल है. हमारे यहां अधिकांश लोगों को उप गोत्र पता नहीं, सिहानी वालों को गोत्र पता नहीं क्योंकि ब्याह सम्बन्ध खाप से होते थे. तीथ वालों का सम्बन्ध दीखतो मे होता था, गोत्र की कोई सार्थकता है ही नहीं क्योंकि छतर पुर, रो हाना कलां, नारंग पुर, पुरा- सोहजनि सारे वत्स गोत्र हैं पर खाप भिन्न है.
प्रमुख तगा खाप :
1. महिसुर /महेसरा कश्यप ( किठोड, राधना, सरावणी, शाहजहांपुर, ललयाणा, महलवाला ) - कुल 84 गाँव
2. बस्सयान / बस्सवान /वात्सायन गौतम ( हापुड़, असोडा, खरखौदा, खडखडी, झीलपुर, ट्योडी, धनौरा, अतराडा, सबली ) - कुल 84 गाँव
3. चौधरी भारद्वाज : अमरोहा, जमना खास,किवाड, नूरपुर, पेली, सतूपुरा, तलहटा- कुल 53 गाँव
4. तीथवाल /तीर्थवाल कौशिक : डीडोली,भनेङा, सुहाणा, तिगरी, खिन्दोड़ा, निवाडी, सौंदा, खिमावती,काकडा, बंदीपुर,फिरोजपुर, फतेहपुर, सीकरी कलां, रासतम,रामपुर तगा कुल 32 गाँव
5. सरोहा ( भारद्वाज) : गन्नौर, खेडी तगा, बडी, शाहपुर, हथवाला, बेगा, रसखेड़ा, ताजपुर, टिकोला, गढी Kesari - कुल 24 गाँव
6. दीखत ( दीक्षित वत्स ) : सिहानी, कन्नौजा, सैंतली, बैनापुर,मोरटा,मोरटी, दुहाई, शाहपुर, घूकना, असालतपुर, मलीरा, - कुल 14 गाँव
7. प्रतिहार भारद्वाज ( दीक्षित ) : तिहार, बसई दारापुर, खुरेजि, झडोदा कलां, झटिकरा - कुल 12 गाँव
8. भारद्वाज ( विष्वान ) : बरला, फलोदा, खाई खेड़ी, भैसानी,छपार, खुड्डा, घूमावटी, पुरकाजी, कुतुबपुर,मांडला, : कुल 12 गाँव ( अभी 10 गाँव )
9. भारद्वाज (रास दान ) : रोहाना खुर्द, बहेडी, बडकलि, पावटी, दहचंद,आंखलोर- कुल 12 गाँव
10.गौतम ( निमदान) : ज़डोदा पांडा, चरथावल, चौकड़ा,महेसरी, दधेडू, घिस्सूखेडा - कुल 12 गाँव
11. वत्स पंचोली ( लांडरा ) : कोताना, बसधाड़ा, पुरा,मारकपुर, चांदपुर, सोहनजनी, निर्माणा, निर्माणी, निजामपुर, डबल,अलियारपुर,जडोदा नरा - कुल 24 गाँव
12. पुलेह ( अत्रिस्य पुलत्स्य ) : स्याना, वैरा, किसोला,बड्ढा,बीहटा,भगवानपुर,रूखी,रतनगढ आदि कुल 14 गाँव ( पुराने 84 गाँव )
13. शांडिल्य ( खाप नाम अज्ञात ) : मेरठ में सरधना, ईकड़ी, नानू, जुलहेडा, बाडम, नगला आर्डर,कक्केपुर, भूनी- कुल 12 गाँव
14. पासोरिया ( कौशिक ) : नोएडा में जैतपुर, सुल्तानपुर, भंगेल, कुलेसरा , गेझा - कुल 5 गाँव ( अब जैतपुर के अलावा अन्य 4 गाँव )
15. दीक्षित ( वत्स ) :छतरपुर,सतबड़ी दिल्ली, बाजरी, फतेहपुर तगा ( फरीदाबाद ) , टिटोला, सरवट, घलोली - कुल 12 गाँव ( पुराने 15 )
16. रावन ( गर्ग ) : बड़ा गाँव, नावला, खतौली,खेड़ी - कुल 5 गाँव ( पुराने 12 )
17. भारद्वाज कुलसठ: अंबेहटा शेखां, कुलसत, हाकटी, कुआहेडी, महारावपुर आदि कुल 8 गाँव
18 : बासोडा पिलाना कौशिक : पिलाना, बासौड़ा, मुकारी, रोशन गढ़, चमरावल ( बागपत ) भरतपुर, सरसीना, खटोली ( सहारनपुर ) - कुल गाँव 24 (अब 18 )
19.अत्रिष : जोनचाना ,भूना तगा , उटरावली, मयाना,मकसूद पुर आदि 9 गाँव.
20: अत्रि: खिलवाइ , झड़ीना , हैदरपुर, इनायतपुर, फतेहपुर नारायण आदि 12 गाँव
21. भारद्वाज दीक्षित: दिल्ली के तिहार, बसई दारापुर, झटीकरा,धर्मपुर, झड़ोदा कलां,आदि 12 गाँव